खेल-कूद शिक्षा का एक अभिन्न अंग है और शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है। यह शारीरिक शिक्षा का एक पाठ्यक्रम मॉडल है जो कि विद्यार्थियों को ‘सक्षम, साक्षर और उत्साही खिलाड़ी बनाने में मददगार है।’
स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर और ट्रेनिंग सुविधा
भड़ला ज़िले में एक शुरुआती मूल्यांकन से पता चला कि विद्यार्थी खेलों में रुचि नहीं लेते थे, यहाँ तक कि ये विद्यार्थी पारंपरिक खेल भी नहीं खेलते थे। इसको देखते हुये सौर्य ऊर्जा ने भड़ला के आसपास के 34 स्कूलों के विद्यार्थियों में खेल-कूद के प्रति उत्साह जगाने के लिए स्पोर्ट्स प्रोजेक्टके माध्यम से कबड्डी, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स और योगा जैसे पारंपरिक खेलों के लिए एक बेहतर माहौल पैदा किया। 34 राजकीय विद्यालयों और 2 लर्निंग सेंटर्स में सौर्य ऊर्जा द्वारा ये मुख्य काम किए गए:
- खेलों से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार
- सक्रिय और नियमित रूप से खेल-प्रशिक्षण के लिए खेल-कूद का सामान वितरित
- खेल-शिक्षा को बढ़ावा और नियमित स्पोर्ट्स ट्रेनिंग व मूल्यांकन से विद्यार्थियों का समग्र (शारीरिक, सामाजिक और संज्ञानात्मक) विकास
- खेल अनुकूलन और शारीरिक परीक्षण के आधार पर माता-पिता का सर्वेक्षण
- खेलकूद और नेतृत्व गुणों के विकास के लिए अंतर-विद्यालय (इंटर-स्कूल) खेल टूर्नामेंट
समग्र शिक्षा के लिए खेल प्रशिक्षण
सौर्य ऊर्जा ने फरवरी 2020 में इन गतिविधियों को शुरू किया, और इस पहल से सरकारी स्कूलों में नामांकन और नियमित स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या में खासा वृद्धि हुई। कंपनी का लक्ष्य इस पहल के माध्यम से 34 सरकारी स्कूलों और दो शिक्षण केंद्रों में छात्रों की खेल शिक्षा और समग्र (शारीरिक, सामाजिक और संज्ञानात्मक) विकास को बढ़ावा देना है, इससे राजस्थान में बाप पंचायत समिति की तीन पंचायतों में 3000 से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा।